NEBAL XP Liquid
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पशुओं में हीट स्ट्रेस, बीमारी, अधिक दूध उत्पादन के कारण ऊर्जा की खपत बढ़ती है
जिसके परिणाम स्वरूप पशु के शरीर में नेगेटिव एनर्जी बैलेंस बन जाता है।
-निबल xp में उपस्थित जिंक संतुलित मेटाबोलिज्म को बढ़ावा देता हे और नेगेटिव
एनर्जी बैलेंस, स्ट्रेस या ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के दौरान |
-जिंक एक आवश्यक धातु है जिसकी लगभग 2800 मैक्रोमोलेक्युलस और 300 से अधिक
एंजाइमों को अपनी उचित संरचना बनाने और उनके कार्य को विकसित करने के लिए आवश्यक है।
-सेलेनियम और क्रोमियम आवश्यक ट्रेस मिनरल्स है जो प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और लिपिड मेटाबोलिज्म
को बढ़ाता है और शरीर की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करता है। सेलेनियम आपके शरीर को विशेष प्रोटीन
बनाने में मदद करता है, जिसे एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम कहा जाता है। ये कोशिका क्षति को रोकने में एक भूमिका निभाते है।
-विटामिन बी 3 (नियासिनमाइड) पशु के भोजन को उपयोग करने योग्य ऊर्जा में परिवर्तित करने में
महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और शरीर की कोशिकाओं को महत्वपूर्ण रासायनिक प्रतिक्रियाएं
करने में मदद करता है जो कि बेहतर इम्युनिटी और उत्पादन सुनिश्चित करते हैं।
-प्रोपीलीन ग्लाइकॉल (ग्लिसरीन) डेयरी पशुओं में केटोसिस की रोकथाम और उपचार के लिए
दिया जाता है। ग्लिसरीन तुरंत ऊर्जा प्रदान कर ऊर्जा संतुलन भी बनाता है।
-कैल्शियम लैक्टेट और मैग्नीशियम सिट्रेट: कैल्शियम और मैग्नीशियम के अवशोषण को बढ़ाते है।
मांसपेशियों के संकुचन और तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) चालन की नियमितता रखता है शरीर में
एंजाइमो के समुचित कार्य का उत्तेजन करता है और रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को अतिरिक्त सहायता प्रदान करता है
-कॉलिन एसिटाइलकोलाइन की निर्माण शिला है जो तंत्रिका तंत्र में उत्तेजनाओं के संचरण में एक महत्वपूर्ण कार्य करता है।
शरीर को थकान से बचाता है, और कीटोसिस के जोखिम से पशु को बचाये रखता है।
-कोबाल्ट विटामिन बी-12 (कोबालेमिन) और कुछ विशिष्ट एन्जॉयमो के संश्लेषण, अवशोषण और उत्तेजन में जरूरी तत्व है जो थकान, कमजोरी, संक्रमण को दूर करने में सहायक है। और पशु को मेटाबोलिक बीमारियों और कीटोसिस से बचाता है।
-विटामिन बी-5 ( कैल्शियम पेन्थोनेट ) coenzyme-A के निर्माण में भाग लेता है जो की एमिनो एसिड, कार्बोहायड्रेट, फैटी एसिड के मेटाबॉलिज्म में जरूरी है। कैल्शियम पेन्थोनेट पशु में तनाव, थकान को हटाकर एक चरम ऊर्जा प्रदान करता है जो पशु की उत्पादन क्षमता व्यवहार व कुशलता को बढ़ाता है विटामिन बी-5 पशु को मेटाबोलिक डिसऑर्डर जैसे कीटोसिस, फैटी लिवर और रूमन एसिड ओसीस से बचाता है
-प्यूरीफाइड हनी और ग्लूकोस दोनों ही त्वरित ऊर्जा का भण्डार है, ब्लड सुगर लेवल को बनाये रखने, मांसपेशिया, न्यूरॉन्स और कोशिकाओं में ऊर्जा और कार्यशीलता बनाये रखने हेतु प्राथमिक और सरलतम ऊर्जा इकाई ग्लूकोस ही होता है।