ZOOLAC DS BOLUS

ZOOLAC DS BOLUS

पशुओ में कैल्शियम का बहुत महत्व होता है।  हर एक लीटर दूध में १.१ ग्राम से १.२ ग्राम कैल्शियम होता है।  अर्थात ज्यादा दूध देने वाले पशु को ज्यादा कैल्शियम की आवश्यकता होती है।  पशुओ में कैल्शियम की पूर्ति के लिए जू लेक डी एस बोलस का इस्तेमाल करे।  

लिक्विड कैल्शियम केवल मात्र दूध बढ़ाती है।  जबकि जू लेक बोलस दूध तो बढ़ाती है इसके साथ साथ यह पशु के पावस को पशु की दूध धारण करने की क्षमता को दूध की गुणवत्ता को बढ़ाने के अलावा दूध कोशिकाओं की मरम्त भी करती है। 
जैसा की आप जानते है जिस पशु का पावस अच्छा होता है वह ज्यादा दूध देता है।  व्यापारी लोग भी अचे पावस वाले पशु की अछि कीमत लगाते है।  बच्चा मर जाने से या अन्य किसी कारण से जब पशु को दूध उतारने  में कठिनाई होती है तो आप लोग इलाज के तोर पर ओक्सीटोक्सिन इंजेक्शन देकर दूध उतारने के लिए मजबूर करते है I  ऑक्सीटोसिन का इस्तेमाल न केवल हानिकारक होता है बल्कि गैर कानूनी भी है।  पशु द्वारा दूध उतारने में कठिनाई होने का पिच्युटरी ग्रंथि से ऑक्सीटोसिन नामक हारमोन का निर्माण न होना है ।  कुदरती तौर पर दूध उतारने के लिए जू लेक बोलस ही खिलवाये। 

जूलेक डी अस  बोलस का अनोखा फॉर्मूला दो तरह से पावस को बढ़ाता है। 
जीवन्ति थन की दूध कोशिकाओं को प्रभावित करके पावस में मदद करती है।  
शतावरी पिच्युटरी ग्रंथि को प्रभावित करके कुदरती तौर से ऑक्सीटोसिन हारमोन का निर्माण करके पशु की पावस  में सहायता करती है।  अंत : जूलेक बोलस खिलाये और इंजेक्शन से छुटकारा पाए।

जूलेक डी अस बोलस दूध धारण करने की क्षमता को बढ़ाती है 

जूलेक डी अस बोलस में उपस्थित विटामिन एच लेवटी की दूध कोशिकाओं में फैलने और सिकुड़ने की क्षमता प्रदान करके लेवटी में दूध धारण करने की क्षमता को बढ़ाती है।  

जूलेक डी अस बोलस दूध की गुणवत्ता को बढ़ाती है 

जूलेक डी अस बोलस में उपस्थित विटामिन इ, एल -लायसिन व् विटामिन बी-१२ दूध की गुणवत्ता को बढ़ाते है अर्थात दूध को गाढ़ा बनाने में मदद करता है जब पशु को थनेला रोग हो जाता है तो दूध में मरी हुई कोशिकाएं आने लगती है जिससे दूध का स्वाद बिगड़ जाता है।  जू लेक बोलस थनेला रोग के दौरान दूध में मरी हुई कोशिकाय आने से रोककर दूध की गुणवत्ता को बनाये रखती है।  
जूलेक डी अस बोलस दूध कोशिकाओं की मरम्त करती है 

जब हम सुबह शाम दूध निकालते है तो थानों की कुछ कोशिकाओं को नुक्सान होता हे  क्योंकि देहात में मुठी से दूध न निकालकर थानों पर अंगूठा लगाकर दूध निकाला जाता है। यह नुकसान ताजा ब्याये पशु में ज्यादा होता है।  
थानों की इन कोशिकाओं के नुक्सान को बचाने के लिए जूलेक डी अस बोलस में मेगनीसियम डाला जाता है।  मेगनीसियम टिशू रिपेयर का काम करता है अर्थात दूध कोशिकाओं की मरम्त करके दूध दुहने से कोशिकाओं के होने वाले नुक्सान से बचाता है।

जूलेक डी अस बोलस गर्भपात के बाद भी पशु को दूध पर लाती है 
कई बार जब पशु गर्भावस्था के छठे , सातवे व् आठवे महीने में बच्चा फेंक देता है तो उसे दूध पर लाना बड़ा मुश्किल होता है किसान भाई चाहते है की किसी भी तरह से पशु दूध पर आ जाए ताकि कुछ तो नुकसान काम हो।  ऐसे में किसान को दूध व् बच्चे दोनों का नुक्सान होता है ‘ इस प्रकार के मामले में जूलेक डी अस बोलस पशु को पुरे दूध पर लाकर किसान के नुक्सान की भरपाई करती है।  

निम्नलिखित परिस्स्थितियो में केवल जूलेक डी अस बोलस खिलाये 

जब पशु को थनेला रोग हो गया हो। 
जब मौसम में बदलाव आ रहा हो। 
जब पशु का स्थान बदल जाए। 
जब ट्रक में बहुत दूर तक ले जाया जाय। 
जब पशु अनियमित रूप से ( खड़ मारता हो ) से दूध दे।  
जब पशु पिछले ब्यात से काम दूध देता हो।  
जब पशु का बच्चा मर जाय 
जब पशु का मालिक बदल जाय 
जब पशु बच्चा गिरा दे 
जब पशु दूध चढ़ाता (डोकल करता) हो 
जब पशु ब्याने के तुरंत बाद दूध न दे 
जब पशु का पावस कम हो।

खुराक १ बोलस सुबह एक शाम दस दिनों तक 
उपलब्धता एक डिब्बे में ६ बोलस 

अधिक पावस, ज्यादा दूध

यह दूध एवं दूध में वसा की प्रतिशतता को बढ़ाता है।
यह गायो और भैंसो में दूध की कमी की अनियमितता को बढ़ाता है।  
यह प्री-प्रेग्नेंसी में प्रीमेच्योर कैल्विंग या एबॉर्शन की स्थिति में दूध के स्राव में मदद करता है।
यह बीमारियों के कारण दूध में आई कमी को पूरा करता हे और फिर से पुरे दूध पे लेन में मदद करता है।

प्रत्येक जूलेक डी अस बोलस में प्रमुख घटक निम्न है

ट्राई बेसिक कैल्शियम फॉस्फेट 4.8gm
eqv. 4.2 ग्राम, ca3 (po4) 2
कैल्सियम कार्बोनेट 500 मि.ग्रा
विटामिन डी 3 (कोलेकल्सीफेरोल) 20000 आई.यू.
विटामिन बी 12 100mcg
विटामिन ई 25 मि.ग्रा
विटामिन एच 100mcg
एल-लाइसिन मोनो एचसीएल 125mg
लेप्टेडेनिया 350 मि.ग्रा
एस्परगस रसीमोसस 1000 मि.ग्रा
कॉपर सल्फेट 50 मि.ग्रा
मैग्नीशियम सल्फेट 4.2mg
जिंक सल्फेट 50 मि.ग्रा
आधार q.s
 

खुराक 
१-१ बोलूस सुबह शाम 
लैक्टेशन को उत्तेजित करके प्राकृतिक तरीके से दूध का उत्पादन बढ़ाएं